आसाम में शहीद सुभाष का शव गांव पहुंचते ही रो उठे ग्रामीण
आसाम में शहीद सुभाष का शव गांव पहुंचते ही रो उठे ग्रामीण
रंजित कुमार,ईचाक
ईचाक: सशस्त्र सीमा बल में तैनात जवान सुभाष मेहता का शव पैतृक गांव बरका कला पहुंचते ही ग्रामीण शोकाकुल हो गए। शहिद की खबर पहुंचते ही गांव हुई गमगीन।शुक्रवार को सुभाष के घर पहुंचते ही रिश्तेदारों और आसपास के ग्रामीणों का आने की सिलसिला शुरू हो गया था।ताबूत में पैक तिरंगा लिपटा शव को देखते ही लोगों फफक पड़े। कमाऊ पुत्र के शव पहुंचते ही मृतक सुभाष की मां शांति देवी बहन सुष्मिता कुमारी भाई गौतम कुमार बबलू मेहता के बिलाप वहां मौजूद लोग रो पड़े ।शव के साथ आए एसएसबी के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के बाद बरकाकला मुक्तिधाम पर मृतक जवान के पिता रामेश्वर प्रसाद मेहता ने बड़े पुत्र सुभाष को मुखाग्नि देते हुए फफक पड़े।एसएसबी में सुभाष की भर्ती 19 अप्रैल 2021 को हुई थी। वह आसाम के तेजपर एसएसबी ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण ले रहा था । उसकी शादी गांव के ही प्रियंका कुमारी के साथ एक वर्ष पूर्व हुई थी। गर्भवती प्रियंका पति के शव से लिपटकर दहाड़ मार कर रो पड़ी। जिसे देखते ही वहां मौजूद हजारों महिला पुरुष की आंखों से आंसू बहने लगे। सुभाष के पिता ने बताया कि तीन भाइयों में सुभाष बड़ा था।जो अकेला घर का कमाऊ सदस्य था।सुभाष के दोनों छोटे भाई पढ़ाई लिखाई में लगे हैं।कमाऊ बेटे के गुजर जाने से घर वालों के सामने जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गई है । शव यात्रा मे सांसद प्रतिनिधि सुनील कुमार मेहता , प्रमुख सत्येंद्र कुमार मेहता ,पूर्व विधायक जानकी यादव, मुखिया संघ के अध्यक्ष रंजीत कुमार मेहता, मुखिया सिकंदर कुमार राम, उप प्रमुख चंद्रदेव प्रसाद मेहता, आदर्श युवा संगठन के गौतम कुमार मेहता, पूर्व मुखिया चमन रजक ,झामुमो नेता मनोहर राम, दिगंबर मेहता भाजपा के ओम प्रकाश मेहता, इसके अलावे दरिया रतनपुर मनाई हंसेल आदि गांव के हजारों महिला मौजूद थे।
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