पर्यटकों को आकर्षित करती है नेशनल पार्क और सलपर्णी की हसीन वादियां
पर्यटकों को आकर्षित करती है नेशनल पार्क और सलपर्णी की हसीन वादियां
रंजीत कुमार, इचाक
इचाक :पिकनिक का लुत्फ उठाने का मन हो या कही घूमने का शौक, तो हजारीबाग नेशनल पार्क की हसीन वादियां आंखों के सामने घूमने लगते हैं। और हो भी क्यों नहीं! विशाल क्षेत्र में फैले वनों की हरियाली रंग बिरंगे पक्षियों का कलरव, जंगली जीवों की अटखेलियां, रजडेरवा झील की खूबसूरती, कल कल करते झरना और झील में वोटिंग का मजा ही कुछ और है। इतना ही नहीं, सैलानियों की सुविधा के लिए रजडेरवा स्थित झील क्षेत्र में कैंटीन, गेस्ट हाउस, रेस्ट हाउस, कॉटेज, संग्रहालय और कई वॉच टॉवर भी उपलब्ध है। इसके अलावा बाघमारा डैम, टाइगर ट्रैप और केज के अंदर हिरण, नीलगाय, बंदर, भालू, बारहसिंगा समेत अनगिनत जंगली जीव भी पर्यटकों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ता। नेशनल पार्क के इन हसीन वादियों का लुत्फ उठाने के लिए झारखण्ड के आलावा, बिहार, बंगाल, उड़ीसा, यूपी समेत कई राज्यों के लोग आते हैं। वैसे तो यहां सालो भर सैलानियों का आना जाना लगा रहता है। लेकिन दिसम्बर और जनवरी में लोगों की अच्छी भीड़ देखी जाती है।
कैसे पहुंचें आश्रयणी
नेशनल पार्क से मशहूर हजारीबाग वन्य जीव आश्रयणी एनएच 33 के दोनो तरफ विशाल क्षेत्र में फैला है। आश्रयणी का मुख्य द्वार रांची-पटना रोड एनएच 33 पर जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर स्थित है। यहां तक पहुंचने के लिए हजारीबाग अथवा बरही से बस छोटी गाड़ी अथवा निजी वाहन से भी पहुंचा जा सकता है। मुख्य द्वार से रजडेरवा झील लगभग 10 किमी दूर है। जहां तक जानें के लिए निजी वाहन अथवा मोटरसाइकिल से जाया जा सकता है।
सालपर्णी पिकनिक स्पॉट
आश्रयणी क्षेत्र के अंदर ही जिला मुख्यालय से लगभग 13 किलोमीटर दूर रांची पटना रोड एनएच 33 पर पूरब दिशा में सालपर्णी का मुख्य द्वार है। वहां से लगभग 3.5 किलोमीटर की दूरी तय कर सालपर्णी पिकनिक स्पॉट तक पहुंचा जा सकता है। यहां की वादियां भी बेहद मनोरम है । झील, गेस्ट हाउस, रेस्ट हाउस के अलावा जंगल की खूबसूरती लोगों को बरबस ही अपनी ओर खींच लाती है। दिसंबर और जनवरी के महीने में दूर-दूर से पर्यटक यहां पिकनिक का लुफ्त उठा ले आते हैं।
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