प्रधानमंत्री आवास योजना लिस्ट से नाम हटाने पर महिला ने लगाई न्याय की गुहार।

 

इचाक प्रखंड के कुटुमसुकरी की कांति देवी पति मनोज साव , पंचायत परासी, इचाक निवासी गरीब महीला जो दर्जनो बार प्रखंड का चक्कर लगा कर थक गई प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर। लेकिन पंचायत के प्रतिनिधि सह प्रखंड के पदाधिकारी जरा भी रुचि नहीं दिखाएं। महिला का कहना है की प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में मेरा नाम था लेकिन पंचायत प्रतिनिधि और प्रखंड पदाधिकारी के मिलीभगत से सूची से नाम हटा दिया गया। महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि जिन व्यक्ति का प्रधानमंत्री आवास योजना मिलना चाहिए उन्हीं का नाम काटकर उन व्यक्तियों को मिलता है जो सक्षम व्यक्ति होते हैं जिनके पास चार चक्का गाड़ियां होती है जिनके घर में जॉब होते हैं। बड़े-बड़े घर वालों को आवास इसलिए दिया जाता है क्योंकि घूस के तौर पर प्रतिनिधि और प्रखंड पदाधिकारी को मोटा रकम मिलता है। कांति देवी ने कहा हमारे घर पर बीएफटी अनुज कुमार ₹500 जियो टैग के नाम पर लिए थे उन्होने आवास भी दिलाने की बात भी किए थे। लेकिन आवास में नाम आने पर काट दी गई। आरटीआई आवेदन देकर मांग किए की मेरा आवास सूची से नाम क्यों हटा दिया गया। जिसमे यह कहा गया कि इनके ससुर के नाम पर एक आवास मिला है इसलिए काट दिया गया। कांति देवी का घर बडी ही दयनीय स्थिति मे है। बारिश होने पर कभी भी गिर सकता है। ससुर भी इन्हे पक्का मकान में नही रहने देते हैं इसलिए सरकार से आवास योजना की उम्मीद लगाई बैठी है।

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