कालाबाज़ारी के लिए ले जा रहे जन वितरण का चावल लोड वाहन को पुलिस ने पकड़ा।
कालाबाज़ारी के लिए ले जा रहे जन वितरण का चावल लोड वाहन को पुलिस ने पकड़ा।
रंजीत कुमार - इचाक
सरकार एक ओर जहां कोविड 19 में गरीबो को मुफ्त अनाज देकर सहयोग कर रही है। वही गरीबो के राशन को धड़ल्ले से कालाबाज़ारी में बेचा जा रहा है। ऐसा ही एक मामला मंगलवार रात को सामने आया। मिली जानकारी के अनुसार वाहन संख्या जेएच 02 ए डब्लू 0419 पर 20 पैकेट चावल जविप्र का चावल पुलिस द्वारा बोधिबागी में पकड़ी गई। जांच पड़ताल होने पर गाड़ी चालक के पास चालान नही मिला। करीब एक घण्टा तक पुलिस मामले की जांच करती रही। जिसके बाद 9 बजे रात्रि चालक ने आनन फानन में चालान उपलब्ध करवाया। इस बीच क्या हुई वह जांच का विषय है।
क्या कहते हैं थाना प्रभारी-
थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। रात्रि को गस्ती पार्टी द्वारा शक के आधार पर चावल लोड वाहन को रोककर जांच की गयी। जांच में पता चला कि राशन आसिया गांव के जविप्र डीलर जय प्रकाश मेहता का है।
गोदान से आसिया गांव कि दूरी महज सात किलोमीटर है। वाहन को साढ़े आठ बजे रात बोधिबागी में पुलिस द्वारा रोका गया। जहां मुख्यालय से महज साढ़े चार किलोमीटर हो सकता है। साढ़े चार किलोमीटर का सफर तय करने में कोई भी वाहन को 10 से 15 मिनट लग सकती है। परंतु इतनी रात को पीडीएस का राशन ले जाना सन्देह को दर्शाता है।
क्या कहते हैं एमओ
इस सम्बंध में एमओ केएन झा ने बताया कि एक डीलर को जितना अनाज भेजना रहता है। चालान भी उतना का ही बनेगा। हालांकि यह जांच का विषय है। पीडीएस दूकान का जांच के बाद ही बताया जा सकता है।
क्या कहती हैं बीडीओ
इचाक बीडीओ रिंकू कुमारी ने कहा कि मुझे कोई जानकारी नही है। इसके बारे में एमओ से ही बात करें।
क्या कहते हैं गोदाम के ठीकेदार
डोर स्टेप डिलीवरी अभिकर्ता जीतू ठाकुर उर्फ जितेंद्र कुमार ने बताया कि चावल पीडीएस डीलर जयप्रकाश मेहता का
क्या कहते हैं सहायक गोदाम प्रबंधक:-
गोदाम के एजीएम कुणाल भारती ने बताया कि चावल गोदाम से ही निकला है। जिसे आसिया के जय प्रकाश मेहता के दुकान पहुचाने जा रहा था। शाम में ही गाड़ी छोड़ा गया था। सवाल यह है कि चालान संख्या 1546456 में गोदाम से चावल उठाव 2904 किलो ग्राम है। जबकि पीडीएस दुकानदार के पास महज 10 क्विंटल चावल पहुंचा। 1904 किलो ग्राम चावल कहाँ गया। यह जांच का विषय है। इधर एजीएम के अनुसार 17 जुलाई को ही चावल 2904 किलोग्राम जाना था ।शेष चावल 20 जुलाई को भेजी गई। परंतु एक ही दुकान दो दिनों में अलग अलग चालान दिया गया है। मामले में पीडीएस डीलर जयप्रकाश मेहता से सम्पर्क करने की कोशिश की गई परन्तु फोन डीलर का बेटा रिसिव कर बताया कि मैं 10 क्विंटल चावल ही रिसिव किया हूँ। पूरी घटना क्रम में सम्बंधित लोगों और ठीकेदार का जो बयान सामने आया है। उससे इन लोगो की मिलीभगत से कोई इनकार नही किया जा सकता है।
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