झामुमो ने मनाया हुल दिवस।

 

झामुमो ने मनाया हुल दिवस।


रंजीत कुमार - इचाक


इचाक प्रखंड मुख्यालय के स्थिर झामुमो प्रखंड कार्यालय मे वीर शहीदों को नमन किया गया।हुल दिवस के मौके पर कोविड-19 को देखते हुए सामाजिक दूरी बनाकर गरीबों मजदूरों के बीच मास्क वितरण किया गया। हुल क्रांति दिवस के अवसर पर वीर शहीदों को नमन अमर वीर शहीद सिद्धों कान्हू चांद भैरव फूलो झानो समेत हजारों अमर वीर शहीदों को हुल जोहार झारखंड के वीर शहीद अमर रहे का नारा लगाया गया। जिला सह सचिव मनोहर राम ने कहा अंग्रेजों के जुल्म शोषण और अत्याचार के विरुद्ध उन्होंने बिगुल फूंका। इसकी चिंगारी की लपेटा में पूरे हजारीबाग हुल क्रांति के नेतृत्व में लुधिया मांझी ने खुला विरोध किया था। आजादी की पहली लड़ाई थी। विद्रोह 30 जून 1855 को झारखंड के आदिवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंका और 400 गांव के 50000 से अधिक लोगों ने गांव पहुंचकर जंग का ऐलान कर दिया था।इस हूल दिवस नमन पर मुख्य रूप से दिगम्बर मेहता,मुकेश कुमार मेहता, कुंदन कुमार मेहता,भेजूं महतो,विकास यादव, शंभु भुइयां इत्यादि उपस्थित थे।

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