कोरोना को सकारात्मक हौसलों से लड़कर जीते - डॉक्टर आरसी प्रसाद मेहता

 

कोरोना के पांडेमिक दूसरे लहर को देशवासी धैर्य पूर्वक सकारात्मक हौसले से लड़कर जीते - डॉ आरसी मेहता


भारत में पहले के तुलना में दूसरी नए डबल म्युटेंट कोरोना लहर 70% ज्यादा संक्रामक है। फेफड़ा को अप्रत्याशित संक्रमित कर क्षति कर रहा है। नए स्ट्रेन जो मात्र 1 मिनट सक्रमित के करीब रहने पर किसी व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है एवं 72 घंटे में जानलेवा साबित हो सकता है,नए स्ट्रैन में सारे लक्षण कोविड के मिलने के बावजूद भी जांच में नेगेटिव भी हो सकता है, फेफड़ा पूरी तरह से इनफेक्टेड होने के बाद ऑक्सीजन लेवल 80 से कम होने पर पॉजिटिव आ सकता है।

दूसरा लहर के

कोरोना जंग हम देशवासी हौसले और धैर्य के साथ मुस्कुराते हुए निम्नलिखित बातों को पालन करते हुए लड़े। आरसी मेहता ने कहा की मन के हारे हार और मन के जीते जित सकारात्मक सोचे कभी भयभीत नही हो, सकारात्मक सोच से जीवनी शक्ति बढता है, सभी समस्याओं का समाधान है। इसलिए सदा सकारात्मक सोचते हुए

 निम्नलिखित बातों का पालन करें और स्वस्थ रहें।


विनती करते हुए कहा की अपनी बारी आने पर कोरोना वैक्सीन लगावे,सोशल डिस्टेंसिंग रखें, मास्क का इस्तेमाल नाक पर चढ़ाकर करें, कोविड का लक्षण किसी में दिख रहे हो तो उनसे संपर्क में आने से बचें, जैसे कोई व्यक्ति में सर्दी जुकाम खांसी बुखार हो श्वास लेने में दिक्कत होने वाले उनके संपर्क से बचें। पुराने ह्रदय,डायबिटीज किडनी अस्थमा टीबी के के रोगी अनावश्यक घर से ना निकले।

गैर जरूरी जात्रा से बचें। जरूरी पड़ने पर रिजर्व वाहनो का प्रयोग करें।

सार्वजनिक समारोह जैसे शादी समारोह पार्टियों में मैं जाने से बचे अस्पतालों, लैबो, के विजिटिंग से बचें,जरूरी होने पर डॉक्टरों से ऑनलाइन संपर्क करें, लोगों से गले मिलने से बचें, हाथ मिलाने से बचें, हाथों से चेहरा नाक कान मुंह छूने से परहेज करें, अपने हाथों को साबुन से बार-बार धोए, अल्कोहल युक्त हैंड सेनीटाइजर का इस्तेमाल करें,जहां तक संभव हो दूषित जगह और चीजों को छूने से बचें, दुकानों के काउंटर को हाथ से ना छुएं,सार्वजनिक शौचालय का उपयोग न करें, दफ्तरों या किसी सार्वजनिक इमारत के दरवाजे के हैंडल को छूने से बचें या छूने की स्थिति में तुरंत को सैनिटाइज करें।

यूमिनिटी बनाए रखने के लिए ताजे स्थानीय फल सब्जी का प्रयोग करें, घर में बने इच्छा अनुसार शाकाहारी या मांसाहारी पौष्टिक आहार ले, खुले में कटे मांस, मुर्गे का प्रयोग ना करें, ताजे अंडे का प्रयोग करें, घर को साफ सुथरा रखें, रिश्तेदार एवं पड़ोसियों के घर अनावश्यक न जाए न बुलावे,

बाहर जाकर काम करने वाले व्यक्ति घर आने पर सुबह शाम गर्म पानी से स्नान करें, कपड़े को आयरन कर पहने,

आज तक कोरोना वायरस से संबंधित जो जानकारी मिली है उसे पालन करते हुए स्वयं स्वस्थ रहें एवं दूसरों को स्वस्थ रहने में सहयोग करें, बासी भोजन फ्रिज में रखे हुए सामान एवं एसी से परहेज करें।

गर्मी में घड़े के पानी का प्रयोग कर सकते हैं।


लॉक डाउन के हालत के लिए पहले से तैयार रहे सामर्थ्य अनुसार अपने घर में खाद्य सामग्री अन्न धन एवं नगद राशि बचत कर रखें, बीमारी की हालात में अपने फेमिली फिजिशियन के संपर्क में रहे। अपने फिजिशियन के मार्गदर्शन में दवाओं का प्रयोग करें।

उक्त बाते डॉ आरसी मेहता ने कही।

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