झारखण्ड मे कोरोना बेकाबू - गौतम कुमार
झारखण्ड मे कोरोना बेकाबू - गौतम कुमार
झारखंड में कोरोना बेतहाशा बढ़ते ही जा रही है रोज 1000 से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं ।ऐसे में भी झारखंड सरकार होम क्वॉरेंटाइन और आइसोलेशन के नीति को लेकर गंभीर नहीं हैं।
* तेजी से हो रही है प्रवासी मजदूरों की घर वापसी
विभिन्न राज्यों से प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो चुका है, बढ़ते को रोना का प्रकोप से अब वापस घर लौटने लगे हैं ऐसे में होम क्वॉरेंटाइन और आइसोलेशन के नीति को अगर नहीं अपनाया गया तो इसमें कोई शंका नहीं की भारी कोरोना विस्फोट होने वाला है ।
गौतम कुमार ने कहा बाहर से आने वाले प्रवासी लोगों की भीड़ को संभालने में असमर्थ दिख रही पुलिस प्रशासन।
ऐसा ही मामला मुंबई और सूरत से आए प्रवासी मजदूर रांची में ब्रीकेटिंग तोड़कर निकल गई वहां तैनात पुलिस बल देखते रह गए उनका कहना है की भीड़ अधिक थे इसीलिए दिल को संभालने में हम सक्षम नहीं थे।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन कर रही इस चीज को नजरअंदाज।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने इस मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं मिलने वाले अधिकांश कोरोना मरीजों की संख्या बाहर से आए प्रवासी लोगों की ही है फिर भी जिला प्रशासन और राज्य सरकार इस और कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। राज्य के अस्पतालों में अभी सही बेड की कमी होने लगी है अगर ऐसे में ईश्वर जल्द से जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो यह एक बड़ी मुसीबत बन सकती है। कोरोना का दूसरा स्ट्रेनब बहुतही ज्यादा खतरनाक है यह रिकवरी के लिए बिल्कुल भी वक्त नहीं दे रहा है ऐसे में स्वयं लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा और प्रशासन को भी इस और जल्द ही ध्यान देना चाहिए और बाहर से आने वाले लोगों के लिए क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था जल्द से जल्द की जानी चाहिए ताकि को रोना के बढ़ते रफ्तार को कम किया जा सके और लोगों से भी अपील है जो बाहर से आ रहे हैं अपने परिवार और समाज की सुरक्षा के लिए खुद से भी एक जागरूक नागरिक का जिम्मेदारी निभाते हुए क्वॉरेंटाइन हो सकते हैं क्योंकि आप अपने परिवार के लिए ही खतरा नहीं बनना चाहेंगे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें