सप्ताह भर बाद भी बुजुर्ग का नहीं मिला सुराग
एक सप्ताह बाद भी घायल बुजुर्ग व्यक्ति
का सुराग नहीं मिला
हदारी गांव के विक्षिप्त बुजुर्ग जगरनाथ रविदास 60 वर्ष का सुराग एक सप्ताह बाद भी नहीं मिल पाया। जिसे लेकर जगन्नाथ की मां नगीना देवी, पत्नी चिंता देवी और पुत्र कारू राम के अलावे परिजन परेशान हैं । जगरनाथ का छोटा पुत्र बबलू कुमार दास झारखंड पुलिस का जवान है। ओ ड्यूटी से अवकाश लेकर पिता की खोज में दिन-रात लगा है । बावजूद इसके जगरनाथ का सुराग नहीं मिलना पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठने लगा है। बबलू ने बताया कि 11 अप्रैल को इचाक मोड़ दुर्गा नगर के पास सड़क पार करने के क्रम में कार नम्बर जेएच 01 डीई 9033 के चालक ने लापरवाही से वाहन ड्राइव करते हुए उन्हें चपेट में ले लिया था। जिसमे वे गम्भीर रूप से घायल हो गए थे । घटना के बाद आसपास के लोगों ने कार को रोक लिया और कार चालक से घायल का इलाज कराने को कहा । चालक ने ग्रामीणों की बात को मानते हुए, कार में रखकर हजारीबाग की ओर की ओर निकल गया। जिसके बाद से उनका कहीं अता पता नहीं है। उसने बताया कि मानसिक स्थिति ठीक नही रहने के कारण वह प्रतिदिन इचाक मोड़ के इर्द-गिर्द कूड़ा कचरा इकट्ठा कर जलाते थे और दुकानदारों द्वारा दिया हुआ भोजन करते थे शाम होने पर वह पुनः घर लौट आते थे ।मामले में घायल विक्षिप्त बुजुर्ग के पुत्र कारू ने 12 अप्रैल को थाना में आवेदन देकर वाहन चालक पर पिता को गायब करने का आरोप लगाया था। मामले में थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार का कहना है कि मामला संगीन है वाहन चालक को बुलाकर पूछताछ कर लिया गया है। उसे भी विक्षिप्त के खोजबीन करने की हिदायत दी गई थी। बावजूद इसके उसका पता नहीं चलना दुखद है मामले में जल्द ही केस दर्ज करते हुए चालक और वाहन ऑनर के खिलाफ करवाई किया जाएगा।
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