हजारीबाग के गदोखर में बोधगया नालंदा विश्वविद्यालय जैसा पौराणिक खंडहर का अवशेष - डॉक्टर आरसी प्रसाद मेहता
हजारीबाग के गदोखर में बोधगया,नालंदा विश्वविद्यालय जैसा पौराणिक खंडहर के अवशेष- डॉ आरसी प्रसाद मेहता
गदोखर,छड़वा डैम के करीब हजारीबाग मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर, बहेरनपुर बौद्ध सर्किट या नालंदा विश्वविद्यालय या अन्य पुरानी धार्मिक स्थल से मिलता जुलता है। गदोखर मे मिल रही प्रतिमा को देखने पहुंचे हजारीबाग के साजिद अली खान,प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री उमेश प्रताप,जमशेद खान, संजय पासवान,विनोद रविदास,संतोष साव,रंजीत पासवान, उमर खान,अजय कुमार, चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रमंडलीय प्रवक्ता श्री श्याम देव मेहता इत्यादि के शिष्टमंडल ने गडोखर ग्राम के पुराणिक अवशेषों का निरीक्षण किए। गदोखर और छड़वा के वादियों में 5 एकड़ की भूखंड पर खंडार नुमा एक पुरानी इमारत का अवशेष दिखा , पुरातात्व विभाग द्वारा यहां खुदाई होने पर बुद्ध की प्रतिमाएं या अन्य धार्मिक तीर्थ स्थल निश्चित है । वहेरनपुर का इटा और गदोखर का इटा एक ही जैसा 1 फीट बाई 1 फीट का बना हुआ है।प्रतिमा मिलने पर आरसी मेहता ने
कृषि मंत्री श्री बादल पत्रलेख एवं केंद्रीय बुद्धिस्ट मिशन के अध्यक्ष श्री जैनेंद्र कुमार सिंह को अवशेष के संबंध अवगत कराया और गहराई से संज्ञान में लेने का निवेदन किया गया। आरसी मेहता ने यह भी बताया की कृषि मंत्री एवं केंद्रीय बौद्ध मिशन के अध्यक्ष श्री जैनेंद्र बहुत जल्द हजारीबाग आकर स्थल का निरीक्षण करने और पुरातात्विक विभाग सेकराने का आश्वासन दिए हैं। हजारीबाग के जनता को कृषि मंत्री से
विशेष अपेक्षा है आज तक कृषि मंत्री महोदय ने दर्जनों जटिल समस्याओं का समाधान कर हजारीबाग जिले की जनता को दिल जीतने का काम किए हैं।
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