जिसने कई लोगों को राह दिखाया वही मदद की राह देख रहा- पत्रकार रंजीत कुमार


जिसने कई लोगों को राह दिखाया वही मदद की राह देख रहा- पत्रकार रंजीत कुमार 


शिक्षक उस रास्ते की तरह होता है , जो लोगों कईयों को उसके मंजिल तक तो पंहुचा देता मगर खुद वंही रह जाता है|


 जिसने कई लोगों को राह दिखाया आज वही मदद की राह देख रहा है | जी हाँ इचाक प्रखंड के अलौंजा खुर्द गावं के निवासी सोहन रविदास जो की पेशे से एक शिक्षक थे| कई छात्रों की जीवन को उज्जवल बनाने वाले व्यक्ति आज खुद अँधेरे में जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं |


क्या है ? पूरा मामला


सोहन रविदास अपने क्षेत्र के नामी शिक्षक थे,और एक प्राइवेट स्कूल में पढाया करते थे|


लेकिन 2019 में एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद उनके जीवन पे संकट आ गया|


आर्थिक रूप से पिछड़े होने के कारण इलाज करा पाना भी संभव नहीं था| उस समय 8 से 10 लाख रुपये कर्ज लेने के बावजूद इलाज करना मुश्किल हो रहा था| उस समय प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री बाबु लाल मरांडी के आश्वाशन पर इलाज संभव हो सका था| जान पे आया संकट तो टल गया पर अब समस्या जीवन यापन को लेकर है क्युकी दुर्घटना के बाद से आज तो वो अपने पैरों पर खड़े नहीं हो सकते हैं|


आजीविका को लेकर संकट है


आज भी पक्की आवास के अभाव में अंपने गरीब माँ बाप,भाई और भाभी के साथ घर में रह रहे सोहन के साथ आजीविका को लेकर बहुत बड़ी संकट है | ऐसे हालत होने के बावजूद वो घर पर छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर किसी तरह अपना खर्च निकलने की कोशिश कर रहे हैं| पर ये आजीविका के लिए काफी नहीं है कर्ज के बोझ में डूबे इस परिवार की गुहार सुनने वाला कोई नहीं है|इलाज का भारी भरकम खर्च ये परिवार सह नहीं पा रहा है|


अभी तक सिर्फ आश्वान मिलता आया है मदद को कोई आगे नहीं आये|


अधिकारी से ले कर स्थानीय प्रतिनिधि और कई संगठन के लोगों ने सोहन पर अपने राजनितिक दांव पेंच तो जरुर खेले लेकिन मदद कंही से नहीं मिली लोग उन्हें कई प्रकार के मदद का आश्वाशन तो देते हैं ,पर अभी तक मदद कंही से नहीं मिली| घर पर हालचाल लेने पहुंचे पुराने छात्र पत्रकार रंजीत कुमार और समाजसेवी अजित राणा अपने क्षमता के अनुसार उनकी मदद भी किये। पत्रकार रंजीत कुमार ने कहा की प्रखंड सह अंचल कार्यालय से प्रधानमंत्री आवास, विकलांग पेंशन, और सरकार की सुविधा दिलाने की पूरी कोसिस करूंगा। वही समाजसेवी अजित राणा ने अपने स्तर से कुछ पैसे देकर भगवान से दुआ किया की जल्द से जल्द अच्छे होकर फिर से बच्चों को पढ़ाने का काम करे।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

आदिवासियों की कहानी उन्ही के जुबानी

डेवेलप कोचिंग सेन्टर रतनपुर में जेपीएससी में सफल विद्यार्थी को किया गया सम्मानित।

दर्जी मोहल्ला में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस